सात साल बाद दिल्ली से दरभंगा लौट रहे युवक की ट्रेन से गिरकर मौत।
दरभंगा: नगर परिषद क्षेत्र के बलहा गांव निवासी राज मोहन हजारी के 30 वर्षीय पुत्र कैलाश हजारी की मौत ट्रेन से गिरकर हो गई। घटना कानपुर स्टेशन की है। कैलाश दिल्ली के लाल बहादुर विश्वविद्यालय से संस्कृत से से एमए की पढ़ाई कर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। घर की माली हालत खराब होने के कारण दिल्ली में वह पुरोहित का काम करने के साथ अपनी पढ़ाई भी कर रहा था। घर से निकलने के सात साल बाद वह अपने पिता और वृद्ध मां से मिलने आ रहा था। पिता की आंख की रोशनी नहीं है। वे देख नहीं सकते। इसी दौरान कानपुर के निकट ट्रेन से गिर जाने से उसकी मौत हो गई।
लंबे समय के बाद बेटे के घर आने की सूचना पर पिता ने 3 बजे सुबह बेटे से फोन पर हालचाल लेने की कोशिश की। उधर से एक अनजान आवाज आई। कहा कि मैं कानपुर जीआरपी से बोल रहा हूं। आपका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। यह सुनते ही अंधे पिता राज किशोर दंग रह गए। उनकी माली हालत इतनी खराब है कि कैलाश सामान्य टिकट कटा कर घर आ रहे थे। लोगों का मानना है कि सामान्य बोगी में अत्यधिक भीड़ होने के कारण ट्रेन से कैशाल गिर गया।
सूचना पर परिजन दिल्ली व कानपुर के लिए चल चुके हैं। इधर अंधे पिता व वृद्ध मां का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। उनके घर लोग सांत्वना देने पहुंच रहे। कैलाश दो भाइयों में बड़ा था। अंधे पिता उसे अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन एक झटके में ही उनका सारा सपना चूर-चूर हो गया। छोटा भाई भी परदेस में किसी निजी कंपनी में काम करता है। दोनों भाई अविवाहित हैं।
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