दरभंगा में हाड़ कंपा देने वाली ठंढ, टूटा दो दशकों का रिकॉर्ड।
दरभंगा: दरभंगा जिले में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार को मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों को हाड़ कंपा देने वाली ठंढ का सामना करना पड़ा।
दरअसल, सोमवार को ठंड ने पिछले 20 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।अधिकतम तापमान 12 व न्यूनतम तापमान 07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 11 डिग्री कम बताया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार इससे पूर्व वर्ष में 2003 में 15 जनवरी के दिन का अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। वर्ष 2018 में 12 व 2014 में 14 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।
इधर, जिले में सोमवार को दिनभर कोल्ड डे की स्थिति बनी रही। सूरज नहीं निकलने से लोगों की दिनर्चा बदल गयी। लोग सुबह में देर से उठे और शाम को जल्दी घर लौटे। कुहासे के बीच कनकनी भरी पछिया हवा चलने से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। एनएच 27 समेत अन्य सड़कों पर भी वीरानी छायी रही। वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर सड़कों पर चलते देखा गया। इस दौरान बहुत जरूरी काम से यात्रा करने वालों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ी। दरभंगा जंक्शन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को गर्म चादर और कंबल में लिपटा देखा गया।
बता दें कि रविवार की देर रात से ही कुहासा और बर्फीली पछिया हवा शुरू हो गयी थी। सुबह में कुहासा इतना अधिक था कि सौ मीटर की दूरी की चीज भी स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रही थी। लोगों को उम्मीद थी कि रविवार की तरह ही दोपहर में धूप निकलेगी, पर ऐसा हो नहीं पाया। लोगों को दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो पाए। बर्फीली पछुआ हवा ठंड को और बढ़ा रही थी। इस बीच लोग अलाव या बिजली उपकरणों से चिपके रहे। मौसम विभाग की मानें अगले एक से दो दिनों तक कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी।
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