जल संकट पर जल प्रबंधन जिला टास्क फोर्स का गठन।
दरभंगा : जिला में विद्यमान पेयजल संकट के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग के मानक संचालन प्रक्रिया(एस.ओ.पी) के आलोक में पेयजल प्रबंधन हेतु जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। अपर समाहर्त्ता, नगर आयुक्त, कार्यपालक अभियंता, पी.एच.ई.डी./पी.एच.ई.डी.(यांत्रिक), विद्युत शहरी/ग्रामीण, लघु सिंचाई विभाग, समस्तीपुर, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं कार्यपालक पदाधिकारी,नगर परिषद् इसके सदस्य नामित किये गये है। इसके अतिरिक्त अनुमण्डल स्तर पर अनुमण्डल पदाधिकारी एवं प्रखण्ड स्तर पर वरीय प्रखण्ड प्रभारी पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। नोडल पदाधिकारी पेयजल संकट प्रबंधन हेतु संबंधित विभागों के बीच समन्वय का कार्य करेंगे।
जिला स्तरीय टास्क फोर्स में सम्मिलित पदाधिकारी द्वारा पेयजल संकट की संभावना नजर आते ही मानव तथा पशुधन को पेयजल उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तर पर आकस्मिक योजना का सूत्रण किया जायेगा। अकास्मिक योजना के सूत्रण की जवाबदेही पी.एच.ई.डी. तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी की होगी। इस कार्य में लघु सिंचाई एवं बिजली विभाग के अधिकारी सहयोग प्रदान करेंगे।
जिला टास्क फोर्स के सदस्यों का दायित्व जल संकट प्रबंधन हेतु पारंपरिक जल श्रोतों की पहचान कर आवश्यकतानुसार उसकी सफाई कराना, पी.एच.ई.डी. एवं अन्य निकायों द्वारा गाड़े गये चापाकलो का भौतिक सत्यापन कराना, खराब चापाकलों की विशेष अथवा साधारण मरम्मति कराना, लघु जल संसाधन विभाग के नलकूपो की स्थिति का भौतिक सत्यापन कराना एवं बंद पड़े नलकूपों को क्रियाशील बनाना, पी.एच.ई.डी. एवं नगर निकायों के जलापूर्त्ति योजना की भौतिक सत्यापन कराना एवं बंद योजनाओं को चालू कराना है। जिला स्तरीय टास्क फोर्स में नामित सदस्यों का एक महत्वपूर्ण कार्य पेयजल संकट वाले क्षेत्रों की पहचान करना एवं वहाँ सभी वैकल्पिक संसाधनों यथा स्टैड पोस्ट लगाकर अथवा टैंकर के के द्वारा संकटग्रस्त क्षेत्रों में जलापूर्त्ति करना है।
पुलिस की दबिश बढ़ता देख गैंग रेप के आरोपी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण।
दरभंगा: जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 साल की नाबालिग के साथ नशीली पदार्थ प…